आतंकियों से लड़ते शहीद हुआ झुंझुनू का बेटा, पैतृक गांव में शहीद का अंतिम संस्कार; नम आंखों से भाई ने दी मुखाग्नि

झुंझुनूं. (सुशील दाधीच) जम्मू कश्मीर में रविवार को नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों से लोहा लेते हुए झुंझुनूं का लाल शहीद हो गया। जिसका पार्थिव देह सोमवार शाम उसके गांव छावसरी पहुंचा। जिसके बाद सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान शहीद के भाई ने उसे मुखाग्नि दी। शहीद छत्रपाल सिंह पैराटूपर के पद पर कार्यरत था। वह पांच साल साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था। 12 अगस्त 1997 में जन्मे छत्रपाल 2015 में सेना में शामिल हुए थे। छत्रपाल के परिवार में माता शशिकला देवी (49), पिता सुरेश कुमार पाल (52) और एक भाई सूर्य प्रताप सिंह (26) है। छत्रपाल अविवाहित थे।


 
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात सैनिकों ने पीओके से इस तरफ घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के एक समूह को देखा। उन्हें जब चुनौती देते हुए सरेंडर को कहा गया तो आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।


सैनिकों की जवाबी कार्रवाई में पांच आतंकी मारे गए और एक सैनिक शहीद हो गया तथा चार घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट कर अपनी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा है कि मैं झुंझनूं के जवान छत्रपाल सहित पांच सैनिकों की वीरता को सलाम करता हूं जो एलओसी पर घुसपैठ रोकने के अभियान में शहीद हो गए।